caringraphy.wordpress.com
Sajda…. 
सजदा करता हर इंसान कुछ पाने की चाह में झुकता है, सर झुकाया जब मैंने तेरी उस मज़ार पर, चाहिए नहीं था मुझे कुछ और, जैसे पानी मिल गया इस मुसाफिर को, सर अब झुकता है सिर्फ तेरे ल…